तो कहना !
हसाना तो सभी को आता है..
तुम हसा हसा कर रुला दो तो कहना !
पीठ पीछे बुराई करना तो सभी को आता है..
तुम सामने आके हकीक़त कह सको तो कहना !
मीठी मीठी वाणी कह तो सभी देते है..
तुम्हारा " दिल " सच्चा हो तो कहना !
दिल रखना तो सभी को आता है..
तुम दिल की दो भाषा समझ पाओ तो कहना !
सपने देखना चाहे तो सभी देख सकते है..
गर तुम उसे पूरा कर सको तो कहना !
ख़्वाब तो सभी मन में सज़ा लेते है..
तुम उस ख़्वाब को हकीक़त में बदल सको तो कहना !
यहां इन्सान तो सब ही है..
तुम अपनी इंसानियत से इन्सान बन पाओ तो कहना !
तुम अपनी ताकत का दुरुपयोग करने के बजाए,
गर तुम उसी ताक़त से किसी निर्बल को सहारा दे सको तो कहना !
दूसरो से खुद की तुलना करना से अच्छा,
गर तुम खुदसे लड़ पाओ तो कहना !
दूसरो से खुद की तारीफ सुनने से बजाए,
तुम उस तारीफ के काबिल बन सको तो कहना !
और क्या सही क्या ग़लत ये गैरों से पूछने से अच्छा,
आइने में ज़रा खुदको हिम्मत से सामने रख सको तो कहना !
-PRAGATI SAHU
Yess... 🙌🙌🙌beautifully written 🙌🙌✨
ReplyDeleteBeautifully written Pragati👏✨
ReplyDelete🙌🙌✨
ReplyDeleteAwesome content ❤ Really 🥰
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